मधुमक्खी पालन एक व्यवसाय है। जो किसान इससे जुड़कर कार्य करते है। उनको काफी लाभ होता है। मधुमक्खी पालन करने से प्रकृति में से फूलों से ग्रहण अमृत शहद मिलता है। मधुमक्खी पालन से जुड़कर शहद प्राप्त कर सकते हैं। शहर को औषधि गुण के रूप बताया और उमेश कुमार सिंह ने बताया कि युवा समूह बनाकर रोजगार कर सकते हैं। मधुमक्खी से शहद ही नहीं मिलता पर्यावरण से संबंधित लाभ भी मिलता है। इसके साथ फसलों में परागकण की प्रक्रिया होती है। जो उत्पादन भी बढ़ता है। तो इस तरह से मधुमक्खियो से लाभ ही लाभ होता है। इसके साथ मधुमक्खी शहद ही नहीं देती बल्कि पोलैन भी देती है। जो बाजार में ₹700 तक बिकता है। और रॉयल जेली को सबसे महंगा पदार्थ बताया और एक परिवार से 50 ग्राम रॉयल जेली प्राप्त कर सकते हैं और इसी तरह से मधुमक्खी व्यवसाय से जुड़ सकते हैं। और एक छोटा व्यवसाय कर सकते हैं। ताकि अपनी आजीविका का निर्वहन कर सके।