उत्तरप्रदेश के बदायूं जिले से राजवीर मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि उनके बैंक अकाउंट में पैसे नहीं आ रहे हैं।

उत्तरप्रदेश राज्य के बदायूं जिले के जालेरा गांव से राजीव मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि वह रोज अपना अकाउंट नंबर बताते हैं लेकिन उसके बाद भी अब तक उनके खाते में पैसे नहीं आये हैं

मोबाइल वाणी के माध्यम से मनोज कुमार पटेल बताते हैं कि सरकार द्वारा जो टीवी के मरीजों को पैसे दिए जाते हैं वह उन्हें नहीं मिल पा रहा है।

बिहार राज्य के पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया से रवि कुमार सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि उन्हें टीबी की बीमारी थी उनकी दवाई खत्म हो चुकी है और बीमारी भी ठीक हो गयी है लेकिन उसके बाद भी अब तक उनके खाते में पैसे नहीं आए हैं।

उत्तरप्रदेश राज्य के ग्राम प्रह्लादपुर से कमलेश कुमार बताते हैं कि उनका वृंदावन हॉस्पिटल में करीब एक साल इलाज चला। दोबारा तीन माह बाद उनकों फिर से बुलाया गया है। वह बताते हैं कि उनसे कहा गया था कि टीबी मरीजों के खाते में हर महीने 500 रुपये आते हैं लेकिन 3 महीने बीत गए उनके अकाउंट में पैसे नहीं आये हैं।

बिहार राज्य के पटना से गोविन्द कुमार'गौतम स्वास्थ्य वाणी के माध्यम से बताते हैं कि उन्हें पिछले 3 महीनों से निक्षय पोषण योजना का कोई भी लाभ नहीं मिला है ।

मोबाइल वाणी के माध्यम से सुलीम बताते हैं कि उन्हें 5 महीने हो गए हैं टीबी की दवाई खाते-खाते लेकिन उनके खाते में अब तक पैसे नहीं आये हैं।

बिहार राज्य के बांका जिले के मिर्जापुर से बिंदेश्वरी दास मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि उनका इलाज भागलपुर के मायागंज अस्पताल में चल रहा था। वहां से इनको दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया गया और अभी वही का दवा का सेवन कर रहे है। इलाज कराते छह माह गुजर चुके है पर जनवरी माह से ही उनके खाते में पैसे नहीं आये हैं। इसलिए इस संबन्ध में ये जानना चाहते है की पैसे क्यों नहीं आ रहे है।

बिहार राज्य के बांका जिले के मिर्जापुर से बिंदेश्वरी दास मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि उनका इलाज भागलपुर के मायागंज अस्पताल में चल रहा है। उन्होंने इलाज के दौरान बैंक खाता सब रजिस्टर्ड करवा दिया था लेकिन 6 महीने बाद भी उनके खाते में पैसे नहीं आ'ए है।

उत्तरप्रदेश राज्य के मेरठ के प्रखंड माझरा के ग्राम राजइनायतपुर से मोहम्मद मोबाइल स्वास्थ्य वाणी के माध्यम से बताते हैं की उनका भाई टीबी का मरीज है उसे इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया था जहाँ उसका इलाज सही तरह से नहीं किया गया।रिपोर्ट वैगरह भी सही से नहीं देते है जानकारी के नाम पर यहाँ वहाँ दौड़ते रहते है इसके साथ ही वह बताते हैं कि उन्हें अब तक निक्षय योजना का कोई भी लाभ नहीं मिला है