हमारी श्रोता प्रियंका ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि उन्हें खेले सब संग का कार्यक्रम बहुत अच्छा लगता है। इससे उन्हें सीख मिलती है कि बच्चों के साथ गुस्सा में व्यवहार करने से कुछ नहीं मिलता बल्कि शांति से बात करने पर बच्चों के मन की बातों का पता चलता है