उत्तरप्रदेश राज्य के बदायुँ ज़िला से सुमेन्द्र ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि उन्हें खेले सब संग कार्यक्रम बहुत अच्छा लगता है। वो व्यस्त रहने के कारण अपने बच्चों के साथ ज़्यादा समय नहीं बिता पाते है लेकिन जब भी उन्हें समय मिलता है वो लगभग 30 मिनट अपने बच्चों के साथ खेल लेते है। उन्हें बच्चों के साथ खेलना अच्छा लगता है। उनके बच्चे खेलने के साथ पढ़ाई भी करते है और सारे काम भी करते है। उन्हें कार्यक्रम का खेल बहुत पसंद आया है। वो कहते है कि बच्चों को खेलने के साथ पढ़ाई करना भी ज़रूरी है। बच्चे पढ़ाई पर ध्यान जरूर दे पर खेले भी क्योंकि जिस तरह पढ़ाई से सीख मिलती है वैसे ही खेल से भी सीख मिलती है।