दिल्ली से राजेश कुमार पाठक मोबाइल वाणी के माध्यम से ये कहना चाहते है कि मोबाइल वाणी के कार्यक्रम सुनने के बाद वह अपना विचार रखना चाहते है कि मासिक धर्म एक प्रगति प्रगत उपक्रम है जो की महिलाओं और लड़कियों के साथ ये प्रक्रिया होती है। घर की जो बड़ी बूढ़ी होती हैं वो जब लड़कियां अपनी बात करती हैं तो उन्हें डाट देती हैं। उनका कहना कि महिलाओं के लिए जो दफ्तरों में काम करती हैं उन्हें इन दिनों में राज्य सरकार या केंद्र सरकार के द्वारा अवकाश मिला चाहिए और जो लड़किया विद्यालय या महाविद्यालय में पढ़ती है उन्हें भी इन खास दिनों में अधिकार पूर्वक अवकाश मिलना चाहिए। बेटियों बहनों को चार से पांच दिन विद्यालय, महाविद्यालय या कार्यालयों से अवकाश मिलना चाहिए।