मध्य प्रदेश के जिला सतना से मोबाइल वाणी के द्वारा नीलम द्विवेदी कविता के माध्यम से कहते हैं कि लाखों घर बर्बाद हो गए इस दहेज़ की बोली में, अर्थी चढ़ी हजारों कन्या बैठ न पाई डोली में। जिसपर बीते वही जनता शब्द नहीं है कहने के लिए कितनो ने बेचे मकान अपने रहने के