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संविधान निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाने वाले डॉ आंबेडकर ने संविधान सभा में भाषण देते हुए कहा था, कि इसकी असलती खूबसूरती तब है जब इसे इसके वास्तविक स्वरूप में लागू किया जा सके, अन्यथा यह किताब में लिखे कुछ खूबसूरत वाक्यों से ज्यादा कुछ नहीं।

भारतीय संविधान को 74 वर्ष पूर्व 26 नवंबर 1949 को लिख कर पूर्ण हुआ था। और 26 जनवरी 1950 को देश प्रजातांत्रिक घोषित हुआ था। संविधान के 465 अनुच्छेद में एक अनुच्छेद 51 (ए) एच भी है। इस अनुच्छेद के अनुसार वैज्ञानिक सोच, चेतना का विकास, मानवतावाद, किस भी घटीत धटना के पीछें की सत्यता की जांच व सुधार की भावना विकसित करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य होगा। और इस के संचालन के लिए राज्य कटिबध्द होगे। लेकिन ऐसा हमें कही दिखाई नहीं देता है। वैज्ञानिक सोच व मानवतावादी आम जनमानस के लिए यह एक मात्र शब्द है। जो अपनी यथार्थ के मुल विषय को छू भी नहीं पाता है।

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