नास्ति संस्कृतसमा भाषा नास्ति संस्कृतसमा गतिः। नास्ति संस्कृतसमं त्राणं नास्ति संस्कृतसमा प्रपा।। संस्कृत जननी है अनेक भाषाओं की, पोषक है हमारी समृद्ध संस्कृति की और आधार है गौरवशाली परंपराओं की। संस्कृत भारत का अभिमान है। विश्व संस्कृत दिवस की आप सभी को शुभकामनाएं।