मध्यप्रदेश राज्य के खंडवा जिला से मधु सूर्यवंशी निष्ठा स्वास्थ्य वाणी के माध्यम से परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के बारे में बताया कि परिवार नियोजन के अस्थाई साधन से स्वास्थ्य की भलाई एवं बच्चे की उचित देखभाल के लिए दोबारा गर्भवती बनने से पहले पांच वर्ष का अंतर होना चाहिए। माँ बनने में अंतर रखने के लिए अनेक गर्भ निरोधक साधन मौजूद है। जैसे स्तनपान भी गर्भधारण करने से छह माह तक बचाता है दूसरा डीएमपी हर तीन महीने पर डीएमपी का एक इंजेक्शन दिया जाता है,जिसे स्तनपान के दौरान प्रयोग किया जा सकता है और तीसरा है निरोध पुरुषों के लिए गर्भ निरोधक उपाय यह गर्भ और यौन संक्रमण रोगों से बचाता है चौथा है गर्भाशय के भीतर लगाने वाला गर्भ निरोधक उपकरण आईयूसीडी यह एक बार अपनाया जाने वाला है और दस वर्ष तक कार्यगर रहता है। गर्भ नरोधक गोलियां बच्चे के जन्म के छह माह के बाद शुरू की जाती है जिसे रोजाना एक गोली लेनी चाहिए अगर स्तनपान नहीं करा रही हैं तो तो तुरंत शुरू कर सकती हैं। माँ बनने के बिच तीन वर्ष का अंतर माँ और बच्चे को स्वस्थ रहता है।