उत्तरप्रदेश राज्य के जिला महोबा से बबली मेरी शक्ति मेरी पंचायत के माध्यम से यह कहती हैं कि उन्हें नीलिमा की कहानी सुनकर बहुत ही अच्छा लगा। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से यह जानकारी मिली की माहवारी के समय लड़कियों और महिलाओं को अपने पोषण पर पूरा ध्यान देना चाहिए और साथ ही पैड ना होने पर साफ़ सूती कपड़े का इस्तेमाल करना चाहिए। जिससे की वह हर बिमारियों से बच सके। उन्होंने यह भी कहा कि हमें प्रवासी मजदूरों की भी सहायता करनी चाहिए। क्योंकि लॉकडाउन के कारण उनके पास खाने से लेकर स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही हमें उन प्रवासी महिलाओं और लड़कियों की भी सहायता करनी चाहिए जो माहवारी के समय बहुत सी दिक्कतों का सामना करती हैं।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला महोबा से कोमल कुमारी मेरी शक्ति मेरी पंचायत के माध्यम से यह कहती हैं कि कोरोना महामारी को लेकर सरकार द्वारा लॉकडाउन लगाने के बाद जिस तरह से सभी प्रवासी मजदूर अपने घर को लौट रहे थे। लेकिन उनके पास न तो खाने के लिए अनाज था और न ही रहने के लिए सही घर था। प्रवासी मजदूरों ने सरकार द्वारा आवासीय योजना का जो लाभ दिया जा रहा था। उससे किसी को भी इसका को भी लाभ प्राप्त नहीं हो पाया। जिससे उन्होंने अपने आस पास के सभी मजदूरों को समझाया कि इसके लिए खुद से मेहनत करनी पड़ेगी।

उत्तरप्रदेश राज्य के महोबा जिला के पचरा गांव से फूलारानी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि वह मेरी पंचायत मेरी शक्ति से जुड़ी हुई है।वह कहती है कि लॉकडाउन के कारण बहुत दिक्कतें आ रही है।उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ रही है क्योकि मजदूरी नहीं लग रही है।वही जो बाहर से आये है उन्हें स्कूल में रखा गया और उन्हें खाना नहीं मिल रहा है तथा बिजली की भी सुविधा नहीं है जिसकारण परेशानी हो रही है।वही वह कहती है कि न ही मनरेगा में कुछ काम मिल रहा है और न ही इसके लिए प्रधान समस्या सुनते है