उत्तरप्रदेश राज्य के बरेली जिला के हदियापुर से शबीना ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वे उड़ान किशोरी सेंटर में पढाई करती हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि उन्हें नीलिमा की कहानी बहुत अच्छी लगी। नीलिमा की कहानी सुनने से उन्हें थर्ड जेंडर के साथ समाज में होने वाले भेदभाव के बारे में पता चला। समाज उनका मज़ाक उडाता है। उन्हें किन्नरों के साथ ऐसा बर्ताव बहुत बुरा लगता है। वे किन्नरों की सहायता करना चाहती हैं। वे भी इंसान होते है उनकी भी इज़्ज़त करनी चाहिए। उन्हें नीलिमा की कहानी से बहुत सीख मिली है।