कोरोना वायरस ने न सिर्फ रोज़ी रोटी और सेहत पर वार किया है बल्कि इसके कारण रिश्तों में भी कड़वाहट घुल रही है। लेकिन इस कड़वाहट को दूर करने का रास्ता खुद हमारे पास है। महिला, पुरुष, बच्चे, बुज़ुर्ग सब परेशान हैं। पर क्या परेशानियों और चिंताओं से मन भटका कर हम अपने रिश्तों को और मज़बूत नहीं कर सकते। आप को अपने आस पास किस तरह की स्थिति देखने को मिल रहे है?क्या इस तनाव के समय में पुरुष और महिला दोनों मिलकर घर की ज़िम्मेदारी उठा रहे है या फिर महिलाओं के खिलाफ हिंसा बढ़ती जा रही है?