झारखण्ड राज्य चतरा जिला के सिमरिया प्रखंड से नीलिमा मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बाँटना चाहतीं है,कि वो जीएएचएफ से जुड़ कर बहुत कुछ सिख रही हैं ,विकलांग होने के बावजूद समूह से जुड़ी हैं और समूह में जुड़ने के बाद उनमे जूनून हुआ की वो भी कुछ कर सकतीं हैं। विकलांग कह कर उन्हें बहुत से लोगों द्वारा अपमानित भी किया गया पर उन्होंने साबको जवाब दिया की उनसे ज्यादा विकलांग तो वो लोग हैं जो उन्हें विकलांग कहतें हैं