झारखंड राज्य के जिला पूर्वी सिंघभूम से श्रेया मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि वह बढ़ते कदम पंचायत की ओर से नीलिमा की कहानी सुनाती है और इन्हें बहुत अच्छा लगता है। उनका कहना है कि उस कार्यकरम से बहुत कुछ सीखने को मिलता है और उनकी रोजमर्रा की जिंदगी में आगे बढ़ने की प्रेरणा भी मिलती है।वही उनका कहना है कि लॉकडाउन के दौरान उनके पति इनके काम को देख कर समझ रहे हैं कि महिलाएं छोटे-छोटे कामों में व्यस्त रहती हैं और सारा दिन उनका उसी में निकल जाता है।इसलिए अब वह भी इनके हर काम में हाथ बटा रहे हैं साथ ही साथ घर में बच्चे की देखभाल भी कर रहे हैं।वही वह कहती है कि जब वह खाना पकाती है तो उनके पति बच्चे का ध्यान रखते हैं कभी-कभी नहला भी देते हैं और कभी-कभी नाश्ता भी बना लिया करते हैं।