झारखंड राज्य के चतरा जिला के सिमरिया प्रखंड सेमहेश प्रसाद मोबाइल वाणी के माध्यम से कहत है कि मेरी पंचायत मेरी शक्ति कार्यकरम सुनकर समझ आया कि महिलाओं के साथ जो हिंसा होती है वह नहीं होना चाहिए।महिलाओं को भी अपनी मर्जी से जीने का अधिकार होना चाहिए क्योकि घर की जिम्मेदारी सबसे ज्यादा महिलाओं पर ही होती है। महिला अगर एक दिन के लिए भी कहीं चली जाती है तो घर अंधकार हो जाता है इसलिए इनका मानना है कि महिला ही घर की दीपक होती है।