झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के टाटीझरिया प्रखंड से रंगीता देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहतीं है, कि नीलिमा की कहानी सुनने के बाद पता चला कि हम महिलाओं के साथ भी हिंसा होती है,जब कोई महिला कमाने के लिए घर से बाहर निकलतीं तो उसे घर से ही सुनना पड़ता है ,पति के द्वारा मार पिट सहना पड़ता है।अगर महिलाएं घर पर काम कर रही हैं कॉपी पर कुछ लिख रही तो उसे फाड़ दिया जाता है।परन्तु अब महिलायें हिंसा नहीं सहतीं है,महिला ग्रुप के सुरपोर्ट से अपनी बात को मुखिया के पास रख रहीं हैं, और अपने ऊपर होने वाली हिंसा का विरोध कर रहीं हैं