झारखंड राज्य के हज़ारीबाग़ के विष्णुगढ़ प्रखंड से सुलेखा देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि वह विष्णुगढ़ की वार्ड सदस्य है।इनका कहना है कि इनके साथ जो हिंसा होती है वह उन्हें पहले हिंसा समझती ही नहीं थी लेकिन नीलिमा की कहानी सुनकर सीखी की उनके साथ भी इस तरह की हिंसा होती है। महिलाओं को घर से लेकर बाहर तक हिंसा का सामना करना पड़ता है और इसके लिए वह महिलाओं को समझाती भी है।वही कहती है कि अगर कोई महिला अपने हिंसा के खिलाफ आवाज उठाती है तो इन्हें सामने वाले क्या बोल रहे है उसका ध्यान नहीं देना चाहिए क्योकि समाज के लोग महिलाओं को आगे बढ़ने नहीं देना चाहते है बल्कि उन्हें घर पर ही रहने देना चाहते है।