झारखण्ड राज्य के चतरा जिले के सिमरिया प्रखंड से सुनीता देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बता रही है कि समूह से जुड़ने के बाद जब मोबाइल वाणी में नीलिमा की कहानी सुनी तो उनकी समझ बढ़ी कि घर में रहने से ना ही कुछ सिख पाते है और ना ही कोई जानकारी ले पाते है। नीलिमा की कहानी सुन कर इन्हे लगा की कि ये अपने पैरो पर खड़ी हो गयी है। ये अपने घरो में होने वाले हिंसा को खुद से मिटायी है। साथ में नीलिमा की कहानी सुना करा दुसरो को भी हिंसा मुक्त जीने के लिए सीखा रही है।