झारखण्ड राज्य के जिला चतरा के चतरा प्रखंड से डाहक मेड मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि नीलिमा की कहानी की तेरवही कड़ी सुनकर बहुत अच्छा लगा और उन्हें यह जानकारी मिली की कैसे नीलिमा अपने अधिकारों और हकों को समझी ,बाकी महिलाओं ने उसका साथ दिया और अपने पति से लड़ते हुए महिलाओं के हकों के लिए खड़ी हुई। ज़्यादातर ग्राम सभ में महिला मुद्दों को आवश्यक नहीं समझा जाता है। जबकि महिला मुद्दों को भी ग्राम सभ में रखना जरुरी है और इस बात को नीलिमा ने समझा और अपने पति के हस्तक्षेप को दरकिनार करते होते पुरे विश्वास के साथ कि वह एक मुखिया है और उसका हक़ और अधिकार है कि इन मुद्दों को लिए वे ग्राम सभा करें और आवाज उठायी और इस कार्य से सबसे ज्यादा खुश महिलाएं हुई।