हज़ारीबाग़ से हमारे श्रोता मोबाईल वाणी के माध्यम से कहना चाहती हैं कि जब वे पंचायत समिति सदस्य चुन कर आयी तब वे पंचायत के बारे में उनको कुछ पता नहीं था ,किसी से बात करने में भी उनको झिझक होती थी। जब वे समाधान संस्था से जुड़ी और जब उनको प्रशिक्षण मिला तब उनको अपने अधिकार और कर्तव्य के बारे में समझ पाई। उनको लड़का लड़की के सही अधिकारों की सही जानकारी मिली। अब वे अपने साथ साथ बाकी किशोरियों और महिलाओ को जागरूक कर रही हैं।