झारखण्ड राज्य के जिला हज़ारीबाग बिष्णुगढ़ प्रखंड से राजेश्वर महतो अब मेरी बारी कार्यक्रम के माध्यम से बताते हैं कि उन्हें महिला उत्पीड़न के बारे में पहले सामान्य जानकारी थी लेकिन अब मेरी बारी कार्यक्रम के माध्यम से महिला उत्पीड़न की विस्तृत और अच्छी जानकारी मिली है।अब मेरी बारी कार्यक्रम के माध्यम से बताया गया कि महिला उत्पीड़न सिर्फ छुना ही नहीं बल्कि गलत तरीके से बातचीत करना ,गलत चीज़ों को दिखाना भी महिला उत्पीड़न के दायरे में आता है साथ ही कार्यक्रम के माध्यम से बताया गया कि स्कूल प्रबंधन समिति ,पंचायत समिति इन सारी मुद्दों पर हमारी मदद कर सकती है। अब मेरी बारी कार्यक्रम के माध्यम से इन सारी चीज़ों की जानकारी मिली।

राजस्थान के धौलपुर से वर्षा कुमारी अब मेरी बारी कार्यक्रम के माध्यम से यह कहना चाहती हैं कि इनके समुदाय में महिलाओं के लिए भी रोजगार का साधन होना चाहिए

झारखण्ड राज्य के सराईकेला-खरसावां ज़िला के गमहरिया प्रखंड से सुजाता ज्योत्सि ने अब मेरी बारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि समाज की एक रूढ़िवादी भावना यह हैं कि लड़कों के जन्म होने पर उनकी पढाई और नौकरी की चिंता करते हैं पर लड़कियों के जन्म होते ही उनकी शादी की तैयारियाँ। यह भेदभाव बहुत ही गलत हैं। इसलिए अब मेरी बारी अभियान के माध्यम से ज़्यादा से ज़्यादा लड़कियाँ जागरूक हो और अपना निर्णय खुद से लेकर अपने जीवन में आगे बढ़े। परिवार के दबाव में आ कर कोई ग़लत फ़ैसला लेने से बचे।सुजाता ने यह भी बताया कि कई क्षेत्रों में अभी भी बाल विवाह होता हैं जिस कारण कुपोषित बच्चों की संख्या में भी बढ़ोतरी देखी जा रही हैं।

झारखण्ड राज्य के सराईकेला-खरसावां ज़िला के गमहरिया प्रखंड से सुजाता ज्योत्सि ने अब मेरी बारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उन्हें अब मेरी बारी अभियान के द्वारा बहुत की जानकारियाँ मिली। उन्हें यौन स्वास्थ्य की जानकारी मिली , माहवारी के दौरान लड़कियों को सैनेटरी नैपकिन का इस्तेमाल करना चाहिए लेकिन ग़रीबी के कारण सैनेटरी नैपकिन ख़रीदने में असमर्थ रहती हैं इसलिए लड़कियों को विशेषकर सैनेटरी नैपकिन उपलब्ध करवाना चाहिए। कपड़ा का इस्तेमाल से गुप्तांग में समस्या आ जाती हैं जिससे लड़कियों के शिक्षा में बुरा असर पड़ता हैं। बाल विवाह के विषय में सुजाता का कहना हैं कि बाल विवाह होने से लड़कियों को बहुत परेशानी होती हैं और ज़ल्द गर्भधारण कर लेने से जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य में बुरा असर पड़ता हैं।सुजाता ने यह भी बताया कि उनके क्षेत्र के युवा मैत्री केंद्र में कॉउंसलर द्वारा युवाओं को अच्छे से जानकारी प्रदान की जाती हैं।

झारखण्ड राज्य जिला हज़ारीबाग प्रखंड बिष्णुगढ़ गावँ से अर्चना कुमारी अब मेरी बारी कार्यक्रम के माध्यम से बताती हैं कि मासिक धर्म आने पर लड़कियों को विद्यालय में बहुत सारी समस्या होती है।

झारखण्ड राज्य जिला हज़ारीबाग प्रखंड बिष्णुगढ़ गाँव से दिव्या कुमारी अब मेरी बारी कार्यक्रम के माध्यम से बताती हैं कि वे विद्यालय में शिक्षा प्राप्त करने जाती हैं लेकिन लड़कियों के लिए एक विशेष कक्ष की व्यवस्था नहीं होने के कारण मासिक धर्म आने पर लड़कियों को विद्यालय जाने पर समस्या होती है।

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हमारी एक श्रोता सुलेखा कुमारी ने अब मेरी बारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि पहले के युग में लड़कियों को शिक्षा ग्रहण से वंचित रखा जाता था वही अब अधिक से अधिक लड़कियाँ शिक्षा ग्रहण कर रही हैं।

झारखण्ड राज्य के सराईकेला-खरसावां ज़िला के गम्हरिया प्रखंड के नारायणपुर पंचायत से सुजाता ने अब मेरी बारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि आज भी समाज में लड़का व लड़की के बीच भेदभाव होता हैं। लड़कियों के ज़ल्दी शादी हो जाने से उनके सेहत में बुरा प्रभाव पड़ता हैं इसलिए लड़कियों को सबसे पहले शिक्षा ग्रहण करना चाहिए। सुजाता के विचार सुनने के लिए क्लिक करें ऑडियो पर...