आज इस कड़ी में हम बात करेंगे कपडे उद्योग में महिलाओं की भागीदारी के बारे में। आपको पता है?दिल्ली में घरेलू महिला कामगारों की संख्या दिन व दिन बढ़ रही है ।इसमें 18 वर्ष से कम उम्र की महिलाएं भी शामिल है। अधिकांश लड़कियों ने या तो स्कूल में प्रवेश ही नहीं लिया या फिर किसी न किसी कारणवश उन्हें स्कूल छोड़ना पड़ गया। साझा मंच की टीम जब दिल्ली एनसीआर में गारमेंट इंडस्ट्री में कार्यरत महिलाओं से मिली तो अधिकांश महिला या तो अनपढ़ मिली या फिर वे प्राथमिक स्तर की शिक्षा ग्रहण कर रखी थी। युवा लड़कियाँ न तो आगे पढ़ सकती है न ही घर से बाहर कोई काम कर सकती हैं।