वो झिझकती हुई कुछ बोली, जैसा उसने अपने दिल की बात कोई खोली फिर थोड़ा रुकी, मानो एक पल के लिए डर गई, लेकिन झट से हिम्मत दिखाई, बुलंद आवाज़ में बोली और अब शोषण नहीं सहूंगी, नहीं डरूंगी, ’अब मैं बोलूंगी’। गुरूग्राम लेबर दफ्तर में यौन शोषण कि शिकायत करने पर कंपनी से निकाल दिए जाने का ये मामला, उन हज़ारों-करोड़ों मामलों में से एक है जिसका सामना महिलाएं आए दिन करती हैं। हमने ऐसी ही महिलाओं की आवाज़ को साझा मंच पर लाने का सोचा हैं कार्यक्रम ‘अब मैं बोलूंगी’। आपको क्या लगता है कि किस तरह से महिलाओं के साथ कार्यस्थल पर हो रहे शोषण को रोका जा सकता है। महिलाएं अपनी बात रखने के लिए आगे आएं, इसके लिए क्या किया जाना चाहिए। साझा मंच सुनने वाले सभी महिला पुरुष श्रोताओं से आग्रह है कि आपके घर परिवार में जो महिलाएं हैं, उन्हें भी कार्यक्रम सुनाएं। अगले हफ्ते फिर हाज़िर होंगे, अगर आप भी अपनी कहानी या कोई संदेश ‘अब मैं बोलूंगी’ कार्यक्रम में शामिल करवाना चाहते हैं तो नंबर 3 दबाकर रिकॉर्ड करवाएं अपना संदेश।