जैसे की हम जानते हैं कि अभी दिल्ली एनसीआर की ज्यादातर फैक्ट्रियों में (खास कर कपड़ा क्षेत्र में) काम कम हो गया है, और बड़ी गिनती में प्रवासी श्रमिक वापिस अपने गांव का रुख कर रहे हैं। चंद महिनों बाद जब फैक्ट्रियों में काम बढ़ेगा फिर वापसी होगी, रोज़ीरोटी की तलाश- रैनबसेरे की चिंता, जाने कितनी चुनौतियां होगी इन श्रमिकों के सामने और इसी तरह चलता है प्रवासी श्रमिकों का जीवन चक्र। श्रोताओ, बात पते की कार्यक्रम में हम प्रवासी मज़दूरों के हक के विषय पर बात करेंगे, बताएंगे कि सरकार द्वारा बनाए गए अंतर-राज्यिय प्रवासी श्रमिक एक्ट में क्या कुछ कहा गया है, और किस प्रकार से इसकी अनदेखी की जा रही है। अगर आप अपना राज्य छोड़ कर किसी दूसरे राज्य में काम करने जा रहे हैं, तो सरकार द्वारा श्रमिकों को दी जाने वाली किन सुविधाओं का लाभ आप नहीं उठा पाते हैं, इस विषय पर आप भी अपने संदेश, अपनी आप बिती हमें बता सकते हैं नंबर 3 दबाकर संदेश रिकॉर्ड करवांए। जल्द ही हम आपके अधिकारों पर विस्तार से जानकारी देंगे।