जल—भराव वाले क्षेत्र या बाढ़ प्रभावित इलाकों में कौन—कौन सी बीमारियां होने का खतरा होता है? * बीमारी होने के प्रमुख कारण क्या हैं? * किस प्रकार के क्षेत्र बीमारी की चपेट में आ सकते हैं? * बाढ़ के बाद हुई बीमारियों से बचने के घरेलू उपाय क्या हैं? * किस प्रकार की साफ—सफाई रखना चाहिए? * किन चीजों के इस्तेमाल से बचें और कौन सी दवाएं खाएं? इन सारे सवालों का जबाब जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें

नमस्ते साथियों ,अगर आप एक डॉक्टर ,नर्स ,आशा एवं स्वछता कार्यकर्ता आदि हैं ,तो ये जानकारी आपके लिए है।

दोस्तों , बाढ़ और संक्रमण दोनों से कैसे निपटा जाए विस्थापितों को किस तरह के एहतिहायात बरतने की जरूरत है? सरकार बाढ़ प्रभातिव क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए क्या प्रयास कर रही है? * विस्थापित कैंपों की वर्तमान स्थिति क्या है? * चिकित्सक ऐसे मुश्किल हालात में संक्रमण से बचने के क्या उपाय बता रहे हैं? ऐसी तमाम बातों को जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें

कोरोनाकाल में नवजात शिशु को कोरोना संक्रमण या कोरोना के लक्षण हो तो घबराने की ज़रूरत नहीं, आज के कार्यक्रम में हम आपको बता रहे है की कैसे कुछ सावधानियां बरतने से आप अपने शिशु का कोरोनाकाल में भी पूरा ध्यान रख सकते हैं. पूरी जानकारी को विस्तार से समझने के लिए ऑडियो को क्लिक करें।

अनलॉक चरण के दौरान लोगों की आवाजाही बढ़ गई है।स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के संदेश अनुसार इस रोग के प्रसार को रोकने के लिए इस समय तीन प्रमुख व्यवहारों का पालन करना बेहद ज़रूरी है। ऑडियो पर क्लिक कर सुनें पूरी जानकारी ...

अच्छी आदतें बच्चों को बेहतर इंसान बनाने में कारगार है। सुबह ज़ल्दी उठने से लेकर समय समय पर हाथ धोने की अच्छी आदतों से ही बच्चे सेहतमंद रहते है। बच्चों के माता पिता शुरू से ही प्रयासरत रहते है कि वो अपने बच्चों को शारारिक और मानसिक रूप से स्वस्थ कैसे रखे।इन्ही सब बातों पर दोस्त संस्था आपको बता रही है कि बच्चों को स्वस्थ कैसे रखे। सुनने के लिए क्लिक करें ऑडियो पर...

आंखें जितनी अनमोल हैं उतनी ही संवेदनशील भी, पर आज के इस तकनीकी युग में बच्चे मोबाइल फोन, क्म्प्यूटर, लैपटॉप और टैबलेट देखने में बिताते हैं। जिसके चलते छोटी उम्र में ही कई गंभीर आंखों की समस्या होने लगती है। इस संबंध में आइजीआइएमएस के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ ज्ञान भास्कर कहते हैं तकनीक के संपर्क में अधिक रहने से बच्चे छोटी उम्र में ही ग्लूकोमा, कंजक्टीवाइटस और आंख के संक्रमण के शिकार हो जाते हैं। यह अगस्त महीना बच्चों के आंखों के बारे में जागरुक होने का महीना है। जिससे हम उनके सुनहरे सपने को एक नई दिशा दे सकें। अभिभावक को चाहिए कि वे बच्चों के हाथों को साफ रखने का प्रयास करें क्योंकि बच्चे इन्हीं गंदे हाथों से अपने आंखों को भी बार -बार छूते हैं। इससे संक्रमण का खतरा बना रहता है। ऑडियो पर क्लिक कर पूरी जानकारी सुनें।

• 6 माह तक सिर्फ स्तनपान करने वाले शिशुओं में डायरिया से 11% एवं निमोनिया से 15% तक कम मृत्यु की होती है संभावना • शिशु जन्म के 1 घन्टे के भीतर शिशुओं को स्तनपान कराने से नवजात मृत्यु दर में 20% की लायी जा सकती है कमी • सावधानी बरतकर संक्रमित माताएं भी करा सकती हैं शिशु को स्तनपान पटना, 5 अगस्त: कोरोना आपदा के बीच नवजात शिशुओं के पोषण को ध्यान में रखते हुए 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जाना है. स्तनपान का मुख्य उद्देश्य नवजात एवं शिशुओं में बेहतर पोषण को सुनिश्चित कराना है. साथ ही उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर उन्हें संक्रामक रोगों के प्रति सुरक्षित करना है. स्तनपान सप्ताह के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने आशा व आंगनबाड़ी सेविकाओं सहित अस्पतालों के स्टाफ नर्स, एएनएम, आरएमएनसीएच प्लस ए काउंसलर, ममता, चिकित्सक एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मी को प्रसूताओं व धात्री महिलाओं को नियमित स्तनपान के फायदों के बारे में बताने के लिए कहा है. ऑडियो पर क्लिक कर सुने विस्तृत रिपोर्ट। श्रोताओं 8800984861पर मिस कॉल कर स्वास्थ्य, पोषण कोविड 19 और जिले की हर छोटी बड़ी खबर सुने और 3 नंबर का बटन दबा कर अपनी समस्या या प्रतिक्रिया भी साझा करे। यदि आप समार्टफोन उपयोगकर्ता है! तो मोबाईल वाणी एप्प् प्ले स्टोर से डाउनलोड कर जिले से संबंधित हर छोटी बड़ी खबर को एप्प् पर सुने और लाल वाली माइक बटन दबा कर अपनी समस्या या प्रतिक्रिया भी रिकार्ड करे। धन्यवाद

- अगर आपको अब तक कोई बीमारी नहीं हुई तो जरूरी नहीं की आगे न हो - शहर के साथ-साथ गांव और कस्बों से भी आ रहे हैं नये-नये मामले - सावधानी और नियमों का पालन कर अपने साथ रखें दूसरों का ख्याल शहर के साथ-साथ आज गांव और कस्बों से भी कोरोना संक्रमण के नये-नये मामले सामने निकल कर आ रहे हैं। सरकार के दिशानिर्देशों का सही से पालन नहीं करना और संक्रमण को लेकर असावधानी लगातार चिंता बढ़ा रही है। नये मामलों में वहां से भी संक्रमित सामने आ रहे हैं, जहां इसकी संभावना कम थी। एक व्यक्ति से परिवार, परिवार से समाज, समाज से शहर, राज्य और राष्ट्र जुड़ा है। इसलिए अगर एक व्यक्ति भी नियमों की अनदेखी करता है तो उसका प्रभाव काफी बड़े स्तर पर हो सकता है. ऑडियो पर क्लिक कर जरूर सुने यह महत्वपूर्ण जानकारी। श्रोताओं 9278701369 पर मिस कॉल कर स्वास्थ्य, पोषण कोविड 19 और जिले की हर छोटी बड़ी खबर सुने और 3 नंबर का बटन दबा कर अपनी समस्या या प्रतिक्रिया भी साझा करे। यदि आप समार्टफोन उपयोगकर्ता है! तो मोबाईल वाणी एप्प् प्ले स्टोर से डाउनलोड कर जिले से संबंधित हर छोटी बड़ी खबर को एप्प् पर सुने और लाल वाली माइक बटन दबा कर अपनी समस्या या प्रतिक्रिया भी रिकार्ड करे। धन्यवाद

कोरोनाकाल में नवजात शिशु को कोरोना संक्रमण या कोरोना के लक्षण हो तो घबराने की ज़रूरत नहीं, आज के कार्यक्रम में हम आपको बता रहे है की कैसे कुछ सावधानियां बरतने से आप अपने शिशु का कोरोनाकाल में भी पूरा ध्यान रख सकते हैं. पूरी जानकारी को विस्तार से समझने के लिए ऑडियो को क्लिक करें।