पन्ना के ऊपर हुई हिंसा को देखकर डॉ. स्नेहा अब क्या करेंगी, सुनने के लिए क्लिक करें।

एक तरफ परिवार की खुशियाँ और दूसरी तरफ अस्पताल में लड़ रही एक ज़िन्दगी, किसे चुनेंगी डॉ. स्नेहा? सुनने के लिए क्लिक करें।

सोच बदलेंगे तो ही एक नई शुरुआत कर पाएंगे | डॉ. स्नेहा की डायरी में कौन सी नई शुरुआत हो रही है, सुनने के लिए क्लिक करें |

डॉ. स्नेहा की डायरी के पन्ने किस तरह से उनके संघर्ष की कहानी बयां कर रहे है, सुनने के लिए क्लिक करें और नंबर तीन दबाकर अपने विचार हमारे साथ बांटे।