अपने तन से मन से, दूर कुरोग करें। आओ योग करें। आओ योग करें जी हाँ साथियों,सदियों से जिसने भी योग को अपनाया और अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाया वो सदा शारीरिक और मानसिक रोगोँ से दूर रहा। जहाँ योग हमें विपरीत परिस्थितियों में खुद को संयमित रखता है वहीं हमें उससे लड़ने की क्षमता भी प्रदान करता है। योग न केवल शरीर को बल्कि मस्तिष्क ,मन और आत्मा को भी संतुलित करता है। हमारे जीवन में योग का एक अलग ही महत्व है लोगों के जीवन में योग की महत्व समझाने के उद्देश्य से आज ही के दिन वर्ष 2015 में पहली बार अंतराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया और तब से लेकर हर वर्ष 21 जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाई जा रही है। तो साथियों ,आज अंतराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर हम सभी योग को अपने जीवन में अपनाएं और अपने शरीर, दिमाग और आत्मा को शुद्ध एवं स्वस्थ्य बनाकर ,एक स्वास्थ्य समाज की दिशा में कदम बढ़ाएं। इसी उम्मीद के साथ मोबाईल वाणी परिवार के तरफ से आप सभी श्रोताओं को योग दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!!!