बिहार राज्य के पटना जिला से अनुराग कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि देश और दुनिया में पर्यावरण संरक्षण एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन चुका है।लोगों में भी पर्यावरण संरक्षण के मुद्दे के प्रति जागरूकता आ रही है।राजधानी पटना के तरुमित्र आश्रम में भी पर्यावरण संरक्षण एवं आर्थिक विकास के मुद्दे पर साथ-साथ काम हो रहा है।इसमें मुख्य भूमिका निभा रही हैं, आश्रम की संयोजिका मारग्रेट।तरुमित्र आश्रम में वर्तमान में तीन एकड़ में जैविक खेती हो रही है।पिछले दस वर्षो से खेत में किसी प्रकार के खाद का उपयोग नहीं किया गया है।इसके साथ ही कीटों को मारने के लिए किसी तरह के दवाओं का भी उपयोग नहीं होता है।यहां पर पूरी तरह से परंपरागत तरीके से खेती की जाती है।तरुमित्र आश्रम के खेतों में स्प्रींकलर से सिंचाई होती है।इससे पानी की लगभग 30 फीसद की बचत होती है।नई तकनीक से जल संरक्षण होता है।साथ ही इससे ऊर्जा की भी बचत होती है।इससे लागत में कम से कम 25 फीसद की कमी आती है और पैदावार में वृद्धि होती है।