बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता भीम राज ने बताया कि जमुई जिले भर में रोहिणी नक्षत्र समाप्त हो गया है। लेकिन किसान अभी तक खेतों में बीज नहीं डाल पाए हैं, इसलिए पुरानी पद्धति की खेती करने वाले किसान चिंतित हैं। किसानों के लिए खेती के मुख्य नक्षत्र रोहिणी नक्षत्र के अंत के बाद, मिर्सीरा नक्षत्र भी समाप्त हो गया है। वहीं, बारिश की कमी के कारण जमुई जिले के किसान खेती नहीं कर सके। जमुई जिले के किसान काफी निराश और निराश प्रतीत होते हैं। कई किसानों का कहना है कि रोहिणी सबसे ज्यादा प्रभावित है। जहां धान के बीज बोने का सबसे अच्छा समय 15 जून माना जाता है, वहीं कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, इस साल रोहिणी महीना पहले ही बीत चुका है और मुर्गीशरा महीना भी बीतने वाला है । वहीं, इस साल भीषण गर्मी के कारण भूजल स्तर भी काफी नीचे चला गया है, इसलिए कृषि कार्यों के लिए लगाए गए समरसेबल मोटर पंप भी काम नही कर पा रहा है। विस्तार पूर्वक खबर सुनने के लिए ऑडियो क्लिक करें