दिल्ली, श्रीराम कॉलोनी से रीना परवीन श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रहें हैं कि, इन्होने दिनांक "30-12-2023" को "खजूरी के आसपास उड़ रही है बहुत ज़ियादा धूल" शीर्षक से ख़बर प्रसारित किया था। ख़बर में बताया गया था कि, "अक्षरधाम मंदिर से लेकर सहारनपुर एक्सप्रेसवे बन रही है। एक्सप्रेसवे बनाने वाली कंपनी प्रदूषण के दिनों में भी खुदाई का काम कर रही है जबकि प्रदूषण 400 के पर चल रहा है और जमुना पार का प्रदूषण तो बहुत ही ज़ियादा है।" ख़बर को प्रसारित करने के बाद व्हाट्सअप और फेसबुक के माध्यम से हाईवे अथॉरिटी को साझा किया गया। जिसके बाद ख़बर को संज्ञान में ले कर स्प्रे टैंकर से पानी की बौछारें डाली जा रही है, जिस कारण अब धूल मिटटी से उतनी समस्या नहीं हो रही है

दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से रीना परवीन बता रही हैं अक्षरधाम मंदिर से लेकर सहारनपुर एक्सप्रेसवे बन रहा है एक्सप्रेसवे बनाने वाली कंपनी अपनी बड़ी जेसीबी मशीन द्वारा खुदाई कर रही है खुदाई करने के दौरान पूरे खजूरी पूशते रोड पर धूल मिट्टी उड़ रही है धूल मिट्टी उड़ने की वजह से पूरे इलाके में प्रदूषण बहुत ज्यादा बढ़ गया है खजूरी पुस्ता रोड अब उबड खबड रोड हो गया है जब के खुदाई करके उसे पर सड़क डाल देनी चाहिए थी पूरे रोड पर गड्ढे ही गड्ढे हैं आप फोटो में देख सकते हैं कि एक जैसी वह मशीन द्वारा पुस्ते रोड को खोदा जा रहा है और उसकी मिट्टी भर के डंपरों में कहीं और भेजी जा रही है

दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से रीना परवीन बता रही देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण एक बार फिर से गंभीर स्तर पर पहुंच गया है रविवार को AQI का लेवल 458 तक पहुंच गया जिससे ग्रेप स्टेज 3 को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया और क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन CAQM ने वायु के खराब स्यर को देखते हुए यह फैसला लिया है इसके तहत दिल्ली में VS 3 पेट्रोल और BS 4 डीजल की गाड़ीया नहीं जा सकेंगी इसके साथ की निर्माण कार्य बिल्डिंग तोड़ने में अन्य कार्यों पर रोक लग गई है इस रोग के बाद भी दिल्ली में निर्माण कार्य नहीं रक रहे हैं जबकि दिल्ली के अंदर कई सरकारी ऐसी एजेंसियां काम कर रही हैं जो कि भारत सरकार में दिल्ली सरकार के हाईवे बने हैं फ्लाईओवर बनने हैं मगर उनके ऊपर कोई कानून लागू नहीं होता है जबकि पॉल्यूशन की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ गई है

दिल्ली के श्री राम कॉलोनी से रीना, श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि इन्होने दिनांक 29 दिसंबर 2023 को श्रमिक वाणी में एक ख़बर प्रसारित कर बताया था कि अक्षरधाम मंदिर से लेकर सहारनपुर एक्सप्रेसवे बन रहा है। एक्सप्रेसवे बनाने वाली कंपनी खजूरी पुस्ता रोड को बड़ी जेसीबी मशीन द्वारा खुदाई करवा रही थी। खुदाई का काम चलने की वजह से धूल बहुत ज्यादा उड़ रही थी। धूल के कारण पूरे इलाके में पॉल्यूशन का मात्रा बढ़ चूका था। समस्या को देखते हुए रीना ने श्रमिक वाणी में ख़बर प्रसारित कर इसे लोकल व्हाट्सएप ग्रुप, फेसबुक के माध्यम से अधिकारियों एवं हाईवे अथॉरिटी के साथ साझा किया ।जिसका यह असर हुआ कि अब निर्माणाधीन क्षेत्र में बड़े स्प्रे टैंकर से पानी का छिड़काव किया जा रहा है।

दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से रीना परवीन बता रही हैं अक्षरधाम मंदिर से लेकर सहारनपुर एक्सप्रेसवे बन रहा है एक्सप्रेसवे बनाने वाली कंपनी बने हुए रोड को तोड़फोड़ कर रही है जिसकी वजह से धूल मिट्टी बहुत ज्यादा उड़ रही है जेसीबी मशीन श्री राम कॉलोनी के कब्रिस्तान जाने के में रास्ते यानी कि पक्का ढलान पर चल रही है इसके काम करने से धूल मिट्टी की तादाद बहुत ज्यादा हो रही है जबकि पानी का छिड़काव बिल्कुल भी नहीं किया जा रहा है

दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से रीना परवीन बता रही हैं अक्षरधाम मंदिर से लेकर सहारनपुर एक्सप्रेसवे बन रहा है एक्सप्रेसवे बनाने वाली कंपनी बड़ी जेसीबी मशीन से खजूरी पुस्ते रोड की खुदाई कर रही है खुदाई की वजह से पूरे इलाके में पॉल्यूशन की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है कि धूल मिट्टी बहुत ज्यादा उड़ चुकी है खास तौर से श्रीराम कॉलोनी से लेकर खजूरी चौक शास्त्री पार्क पर बहुत ज्यादा पॉल्यूशन है पॉल्यूशन 450 के आसपास चल रहा है क्योंकि पॉल्यूशन की मात्रा वैसे दिल्ली में बहुत है मगर इस क्षेत्र पॉल्यूशन कुछ ज्यादा है क्योंकि मिट्टी बहुत ज्यादा उड़ रही यह फोटो खजूरी पुराने थाने के पास हनुमान मंदिर का है

दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से रीना परवीन बता रही हैं सहारनपुर एक्सप्रेसवे बन रहा है एक्सप्रेसवे पर काम करने वाली जेसीबी मशीन द्वारा पूरे रोड पर खुदाई चल रही है खुदाई करते समय पानी के स्प्रे टैंकर से छिड़काव नहीं किया जा रहा है बड़ी-बड़ी मशीन खुदाई में लगी हुई है इस फोटो में आप देख सकते हैं 2 से 3 जेसीबी मशीन देखी जा सकती हैं और यह सभी रोड खोद रही हैं मशीन से भर के बड़े डंपर में भेजा जा रहा है मगर जिसकी वजह से धूल मिट्टी बहुत ज्यादा उड़ रही है धूल मिट्टी उड़ने के कारण पॉल्यूशन की मात्रा बहुत ज्यादा बड़ी हुई है खासतौर से शास्त्री पार्क से लेकर खजूरी के आसपास पॉल्यूशन बहुत ज्यादा गंभीर हालत में है

दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से रीना परवीन बता रही हैं अक्षरधाम मंदिर से लेकर सहारनपुर एक्सप्रेसवे बन रहा है एक्सप्रेसवे बनाने वाली कंपनी बड़ी जेसीबी मशीन द्वारा नाले की खुदाई की जा रही है नाले की खुदाई अवैध तरीके से की जा रही है जब के अगर नाले की खुदाई करनी है तो सावधानी से करनी चाहिए थी जबकि पूरे रोड पर जाम लगा हुआ है और रोड जाम होने की वजह जगह-जगह मिट्टी के पहाड़ लगे हुए हैं मिट्टी का पहाड़ खजूरी पुस्ता रोड पर जाम लग रहा है जाम लगने की वजह की वजह से पूरे इलाके में पॉल्यूशन भी बहुत ज्यादा फैला हुआ है धूल मिट्टी बहुत ज्यादा उड़ रही है ऊपर से वाहनों का धुआं भी बहुत ज्यादा हो गया है

दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से रीना परवीन बता रही हैं अक्षरधाम मंदिर से लेकर सहारनपुर एक्सप्रेसवे बन रहा है एक्सप्रेसवे बनाने वाली कंपनी अपने मनमानी तरीके से काम करा रही है खजूरी पुस्ते रोड को बड़ी जेसीबी मशीन द्वारा खोदा जा रहा है इस खुदाई की वजह से पुरे रोड पर धूल मिट्टी उड़ रही है धूल मिट्टी इतनी उड़ रही है कि यहां पर सांस लेना भी दुबर हो चुका है और बड़े स्प्रे टैंकर वे हाई प्रोफाइल गाड़ी द्वारा बड़ी मशीन से यहां पर पानी का छिड़काव भी नहीं किया जा रहा है

दिल्ली, श्रीराम कॉलोनी से रीना परवीन श्रमिक वाणी के माध्यम से कह रही हैं कि, इन्होने दिनांक "24-12-2023" को "अक्षरधाम मंदिर से लेकर सहारनपुर एक्सप्रेसवे बनाने वाली कंपनी से क्षेत्र की जनता है परेशान" शीर्षक से एक ख़बर प्रसारित किया था। ख़बर में बताया गया था कि, "अक्षरधाम मंदिर से लेकर सहारनपुर एक्सप्रेसवे बन रहा है। एक्सप्रेसवे बनाने वाली कंपनी खजूरी पुस्ते रोड को बड़ी जेसीबी मशीन से खुदाई कर रही है। खोदने की वजह से पूरे इलाके में धूल मिट्टी उड़ रही है, अब तो घर में सांस लेना भी दुबर हो चुका है क्योंकि जब से एक्सप्रेसवे का काम चल रहा है घरों के अंदर भी धूल मिट्टी घुसने लगी है, जिस कारण लोग काफी परेशान हैं। ". ख़बर को प्रसारित करने के बाद इन्होने व्हाट्सअप और फेसबुक के माध्यम से अधिकारियों को साझा किया। खबर को संज्ञान में लेकर अब टैंक से सड़क पर छिड़काव कराया जा रहा है, जिस कारण धूल मिटटी इतनी नहीं उड़ रही है