दिल्ली के मानेसर से शंकर पाल की बातचीत साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से मुनि लाल से हुई। मुनि लाल बताते है कि लॉक डाउन के बाद वो जब गाँव से लौटे तो 15 दिनों तक खाली बैठे रहने के बाद उन्हें नौकरी मिली। जहाँ वो किराए पर रहते थे ,वहाँ लॉक डाउन में चार महीनें रूम बंद रहा फिर भी किराया उन्हें भरना है। एक महीनें का किराया का भी छूट नहीं मिला