देवघर जिले से बलबीर जी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि वर्तमान समय में हो रही सड़क दुर्घटना उचित प्रशिक्षण के अभाव के वजह से हो रहा है। सरकार को सही प्रशिक्षण लेने वालों को ही ड्राइविंग लाइसेंस जारी करनी चाहिए।ऐसा कर के ही सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाया जा सकता है। लापरवाह युवा शराब पी कर और मोबाईल से बात करते हुए गाड़ी चलाते हैं एवं दुर्घटनाओं को अंजाम देते हैं। ऐसे नशाखोर लोग सड़क पर गाड़ी ले कर निकल जाते हैं और शहर ,गाँव के सार्वजनिक स्थानों में लोगों या मवेशिओं को टक्कर मारते हैं।सरकार की जिम्मेवारी है कि वो यातायात के कठोर नियम बना कर ,उसे लागु करे तथा ,प्रशिक्षित एवं जिम्मेदार व्यक्ति को ही लाइसेंस जारी करे।साथ ही यातायात नियमों का उलंघन करने वालों पर सख्त कार्यवाही करे।
देवघर जिले से बलवीर जी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि प्राथमिक शिक्षा को ले कर वो क्या विचार रखते हैं। उनके अनुसार वर्तमान परिवेश में प्रथिमिक शिक्षा का महत्व बहुत है।साथ ही जीवन में शिक्षा का आधार भी यहीं से प्रारम्भ होता है।सामान्यतः गाँवो में प्राथमिक शिक्षा सरकार द्वारा संचालित होती है।सरकार को इस दिशा में ईमानदारी से प्रयास करनी चाहिए और देश के प्रत्येक क्षेत्र में प्राथमिक स्कुल हो ,इसका प्रबंध करना चाहिए। साथ ही इन स्कूलों में योग्य शिक्षकों की बहाली हो ,इसके लिए भी प्रयास करनी चाहिए।
जिला देवघर से बलबीर राय मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि किसानों को सरकार की ओर से ना ही कभी कुछ लाभ मिला है,और ना मिलने की उम्मीद है।क्योकि सरकार की मनसा किसानों के प्रति अच्छी नहीं रहती है।किसानो को ना ही सही समय पर खाद्य मिलता है,ना ही बीज दिया जाता है और ना ही अन्य सुविधा जनक सामग्री। साथ ही सरकार द्वारा बड़े ही पैमाने पर तालाब का निर्माण कराया जाता परन्तु किसी भी तालाब में पानी नहीं रहता है।दूसरी बात रोहन नक्षत्र बीत रही है लेकिन किसानों को बीज,खाद्य मुहैया नहीं किया गया है।अत: सरकार को किसानों के हित में आ कर जो बिचौलिये और दलाल हैं उन्हें चिन्हित कर उन पर करवाई करनी चाहिए।साथ ही साथ प्रदेश में खुशहाली लाने के लिए सरकार को किसानों के प्रति रुझाव दिखने की आवश्यकता है।
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देवघर जिला से जयप्रकाश जी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि झारखंड राज्य में भ्रष्टाचार विभिन्न विभागों में इस हद तक समा चूका है कि, सरकार को इस पर काबू पाना मुश्किल हो गया है।अगर दोषी और करप्ट अधिकारिओं को चुन -चुन कर नौकरी से हटाया जाय तो,शायद भ्रष्टाचार पर काबू पाया जा सकता है।लाखों नौजवान कम वेतन में काम करने को तैयार हैं,जबकि 70 से 80 हज़ार तक वेतन पाने वाले अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। साथ ही अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं। ऐसे पदाधिकारिओं को चिन्हित कर ,पद से बर्खास्त कर देना चाहिए। तभी झारखण्ड भ्रष्टाचार मुक्त होने की दिशा में बढ़ सकता है।
देवघर जिला के जसीडीह प्रखंड अंतर्गत बसंतपुर ग्राम से बलवीर जी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि झारखण्ड राज्य में एवं विशेष रूप से देवघर जिले में भ्रष्टाचार का बोलबाला है।झारखंड में भ्रष्टाचार अपने चरम सीमा को पार कर गया है। कर्मचारी-अधिकारी से लेकर मंत्री तक भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।बिना घुस लिए सरकारी कार्यालयों में काम नहीं होता है।थाना-पुलिस, ब्लॉक आदि किसी भी सरकारी कार्यालयों में बिना पैसे दिए काम नही होता है।यही नही,सरकारी विभागों में किसी भी प्रोजेक्ट को अंजाम देने के दौरान नीचे से ऊपर तक घुस या पैसों का लेन-देन होता है।भ्रष्ट अधिकारिओं के कारण ,सरकारी योजनाएँ विफल हो रही है।
जिला देवघर से बलबीर राय जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि किसानों को, जो भी सुविधा देने की प्रयास सरकार करती है वो मात्र दिखावा के लिए होती है।किसानों को उपजाऊ धान या अन्य फसल सही समय पर पैक्स के माध्यम से नहीं दिया जाता है। साथ ही जुताई के लिए किसानो को ट्रैक्टर की सुविधा भी नहीं दी जाती है और ना ही पानी पटाने के लिए पम्प सेट दिया जाता है।बलबीर राय ने बताया कि ग्रामीणों के समक्ष पिने के पानी का भी घोर अभाव है जिस कारण सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलता है। इन सभी समस्याओं के पीछे सरकार,प्रशासन एवं बिचौलियों की मिली भगत रहती है क्योकि ये नहीं चाहते की किसान खुशहाल हो और उन्हें सभी सुविधाएँ मिल सके। जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ता है। समाज में किसान के समस्याओं की जाँच करने के लिए मुखिया,पदाधिकारी,सांसद एवं विधायक कोई नहीं है।अत: सरकार को इस पर पहल करनी चाहिए, और जो भी किसानों के लिए मुख्य सुविधाएं होती है उसे प्रखंड स्तर एवं पंचायत स्तर पर छोटे लघु एवं सामान्य वर्ग के किसानों को चिन्हित कर उन्हें सारा लाभ देना चाहिए।
देवघर जिले के मानिकपुर पंचायत से राजीव रंजन जी झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि झारखण्ड अलग होने के बाद से आज तक सरकार किसानो को सही समय पर खाद्य एवं बीज मुहैया नहीं करा पायी है। हमारे झारखण्ड में अधिक मात्रा पर खनिज संपदा है लेकिन फिर भी सरकारी तंत्र किसानो के लिए समुचित निदान नहीं निकाल पा रही है। सरकार द्वारा उठाये गए कदम से किसानों को कोई फ़ायदा नहीं हो रहा है। किसानो को सरकार की ओर से किसी भी तरह की मदद नहीं दी जाती है। और जो बीज किसानो के लिए खरीदी जाती है उसकी राशि भी अभी तक किसानो को नहीं मिल पायी है।सरकार द्वारा किसानों को मुहैया कराई जाने वाला खाद बीज एवं कृषि यंत्र भी भ्रस्टाचार में समाहित हो जाता है। कई किसानो के धान पिछले दो महीने से सरकार द्वारा खरीदी हुई है लेकिन अभी तक उसकी राशि बैंको में जमा नहीं की गयी है।सरकार हमेशा घोषणा करती है कि किसानो को सही समय पर खाद्य एवं बीज मुहैया करा दिया जायेगा लेकिन ऐसा समय अभी तक नहीं आ पाया है। सरकार की बातें झूठी साबित होती दिखाई दे रही है। इतना ही नहीं किसानों को अपनी उपज का जो सही मूल्य मिलना चाहिए, वह भी उनको नहीं मिल पाता है। उसके पीछे एक मुख्य वजह है बिचौलियों की संलिप्तता, जो किसानों के खून-पसीने की कमाई का लाभ उठा लेते हैं।
देवघर जिले के मानिकपुर पंचायत से राजीव रंजन जी झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि झारखण्ड में CNT-SPT संशोधन एक्ट अधिनियम लागू नहीं होना चाहिए, क्यूंकि ये एक्ट किसान विरोधी एक्ट है।सभी किसान अपने मेहनत से कूदाली लेकर खेतो को बनाया है इसलिए उन भूमि को सरकार द्वारा चिन्हित कर छोड़ देना चाहिए। लेकिन झारखण्ड सरकार किसानो की अनदेखी करते हुए भिन्न-भिन्न तरह के किसान विरोधी निति लागु कर रही है। जिसके कारण किसानो को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वे झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से सरकार से आग्रह करना चाहते है कि झारखण्ड में CNT-SPT एक्ट संशोधन नहीं होना चाहिए।
देवघर जिले से बलवीर जी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि झारखण्ड मोबाइल वाणी पर प्रसारित सभी बातें जमीन से जुड़ी हुई है।सभी बातें बिलकुल सच है।सरकार को मोबाइल वाणी द्वारा उठाये गए मुद्दों पर चिंतन और मनन करनी चाहिए।जितनी ईमानदारी से हकीकत को मोबाइल वाणी प्रस्तुत करता है ,शायद ही कोई मिडिया करता है।साथ ही बलवीर जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के आयोजकों को धन्यवाद दिया ,उनके योगदानों के लिए।