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हजारीबाग: सुजीत वर्मा ने हजारीबाग से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं झारखण्ड सरकार द्वारा किसानो को दिया गया केसीसी लोन को माफ़ कर दिया जाये और राज्य को सुख घोषित किया जाय.
हजारीबाग प्रखंड विष्णुगढ़ से इकबाल अंसारी जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कृषि चर्चा अंतर्गत यह जानना चाह है की उनके कद्दू में कीड़े लग रहे हैं जिसका उपाय क्या हैं इस प्रश्न के सम्बन्ध में श्री बापी गोराई जी ने बताया की कडू में फल गलन की बीमारी एक आम बीमारी हैं. यह फफूंद जनत बीमारी हैं इससे बचाव के लिए सादे हुए फल को जमीं में गाड दे एवं फफूंद नासक जैसे मैकोजेल १ लीटर पानी में २. ग्राम मिला कर छिडकाव करे इसके अलावा रिडोमिन १ ग्राम इ लीटर पानी में मिला कर छिडकाव कर सकते हैं.
हजारीबाग बिश्नुगढ़ से इकबाल अंसारी जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी पर चल रेह कृषि चर्चा के अंतर्गत यह जानना चाहते हैं की ओल की तन गल रही हैं पिला हो रहा हैं जिसके जवाब में श्री बापी गोराई जी ने बताया की ओल की यह एक साधारण बीमारी हैं और बताया की तन के पास अत्यधिक पानी जमा होने से यह समस्या उत्पन्न होती हैं जो फफूंद के कारन होता हैं। इससे बचाव के लिए डेनेज नाली को साफ़ रखे जमीं को साफ सुथरा रखे एवं बीमारी हिने पर खाद को कुछ दिनों तक बांध रखना पड़ेगा।
पिरमण महतो हजारीबाग बिश्नुगढ़ से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कृषि सम्बन्धी यह प्रश्न पूछा हैं की उनके भिंडे के पौधे के पाते सिकुड़ रहे हैं इससे कैसे बचा जा सकता हैं? इस प्रश्न के जवाब में श्री बापी गोराई जी का कहना हैं की भिन्डी के पौधे में पत्ते सिकुड़ने के बहुत सारे कारन होते हैं जैसे पानी की कमी से,पोषक तत्वो की कमी से और फफूंद के कारन भी यह समस्या आती हैं. इससे बचाव के लिए एकतारा नमक कीटनाशक को १ ग्राम १ लीटर पानी में मिला कर छिडकाव कर सकते हैं और उसी प्रकार कांफिदर दावा का भी उसी प्रकार प्रयोग कर सकते हैं.
हजारीबाग,बिष्णुगढ़ से इकबाल अंसारी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये जानना चाहते है कि बैगन के जड़ से सूखने का कारन और इसको बचाने का उपाय क्या है ? ये बीमारी पेड़ो के जड़ में चोट लग जाने के कारन होता है। खेत के कुराई के समय पेड़ के जड़ में चोट लग जाता है। ऐसी परिस्थिति में खेत को साफ़ रक्खे और रासायनिक दवा से भी ठीक कर सकते है।