पूर्वी सिंहभूम,प्रखंड पोटका से सुबोध कुमार भगत जी झारखंड मोबाईल वाणी के माध्यम अपने वास्तविक जीवन में आये बदलाव के बारे बता रहे है |पिछले तीन साल से ये मोबाईल वाणी के नियमित श्रोता है और नियमित रूप से अपना योगदान भी देते है | जब मोबाईल की खबर इन तक नहीं पहुंचती थी उससे पहले का जो इनका दिनचर्या था वो बिलकुल ही अलग था | इनके पास समय बिताने के लिए रेडिओ,ट्रांजिस्टर था और अभी भी है और उस वक्त भी हुआ करता था | लेकिन उसके बावजूद इनको कुछ खालीपन का एहसास होता था जिसे झारखंड मोबाईल वाणी ने पूरा किया |मोबाईल वाणी के जरिये इनको ऐसी चीजो की जानकारी मिली जो शायद मोबाईल वाणी नहीं होती तो ये जानकारियां इनतक नहीं पहुंचती | जैसे भवन निर्माण के श्रमिकों के बारे में जो बी.ओ.सी.डब्लू. के द्वारा जो कार्यक्रम चलाया जाता है | उसकी जो विस्तृत जानकारी दी गई है की बी.ओ.सी.डब्लू. क्या है इसकी भी इनको जानकारी मिली | और स्मार्ट कार्ड के बारे में नाटक के जरिये बताया गया इससे भी इनको सीखने को मिला | कृषि से जुड़ी कृषि समाधान के बारे बताया जाता इससे भी इन्हे काफी सीखने को मिला | इनका कहना है की झारखंड मोबाईल वाणी सिर्फ इनको ही नहीं काफी लोगो को बदला है | और ये मोबाईल वाणी चलती रही तो और भी लोगो की सोच को बदलेगा | मोबाईल वाणी मनोरंजन के साथ-साथ ज्ञानदायक भी साबित हो रहा है |