कैलाशगिरी चंद्रपुरा से झारखण्ड मोबाइल वाणी पर चल रहे दसरथ और जनार्दन जी कि महिला के अधिकारो पर विचारो को सुनकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे है कि हमारे समाज में हमारे घर से ही यह शुरुआत करे कि उन्हें सम्पन्ति में अधिकार दे क्योकि महिलाये आवाज नहीं उठाती है कानून के बनने से कुछ नहीं होता उसे लागु करना मुख्य कार्य होता है ये महिलाओ से भी अपील करते है कि वे अपने अधिकारो को लेकर आवाज उठाये और अपने हक़ के लिए लड़े पुरुष भी सहयोग कर सकते है कि आपसी समझ-बुझ से उन्हें सम्पन्ति में अधिकार दे कानून को लागु करने में पुरुष अपनी भागीदारी दिखाए।