जय प्रकाश सिंह देवघर सारथ से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से लोगो को आजादी की शुभकामना देते हुए कहते हैं की आजादी तो १९४७ में मिली हैं परन्तु हम आज भी आजाद नहीं हैं. हमारे देश के वीरो ने देश को आजाद करने के लिए कितने और एक अच्छे देश की कल्पना की जहा हर तरफ खुशहाली हो मगर आज इसके विपरीत हो रहा हैं और आज के जन-प्रतिनिधि भी स्वार्थी हो गए हैं.