कैलाशगिरी बोकारो च्द्रपुरा से झारखण्ड मोबाइल वाणी पर ऑक्सफैम कैम्पेन में भाग लेते हुए विचार दे रहे है माननीय प्रधानमंत्री जी ने मुफ्त दवा देने कि घोषणा कि यही वो सराहनीय विकास कि और उम्का एक सराहनीय कार्य था लेकिन यह और भी अच्छा हो सकत था जब उसे मनमोहन सरकार द्वारा अमलीजामा पहनाकर धरातल पर उतरा जाता, इससे आम जनता को सहूलियत और इलाज करने में सहयोग मिलता.वे अपने प्रखंड के एक ऐसी महिला का जिक्र कर रहे है जिसको हार्ट कि बीमारी है और उनके पति काफी दिनों से आयुष कार्यालय का चक्कर काट रहे है जबकि उनका लाल कार्ड बना हुआ है डाक्टर ने उन्हें भेलोर ट्रांसफर किया है इलाज का खर्च 1.5- 2 लाख के आस पास बाते है और उन्हें किसी तरह का सरकारी सहयोग नही मिल पा रहा है नवाडीह के ही एक वयक्ति और है जो गंभीर बीमारी से ग्रसित है उन्हें भी किसी तरह कासहयोग नहीं मिल पा रह है अत: सरकार इस योजना को लागु करती है तो इन जैसो को काफी सहयोग मिलेगा. अत: वे अपने वादे पर पुनर्विचार करे