देवघर: सारठ, देवघर से जय प्रकाश सिंह झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से विस्थापन पर कहते हैं कि हमारे देश में यह कौन सा कानून है नियम है,जिसमें ग्रामीणों का जमीन छिन लिया जाता है, उन्हें अपने घरों से बेघर कर दिया जाता है और बदले में उन्हें मुवावजा और नौकरी देने के बजाय दर-दर के ठोकरे खाने के लिए छोड़ दिया जाता है. वे कहते हैं कि जब तक यहाँ के विस्थापित लोग एक जूट हो कर सरकार और कंपनियों के खिलाफ आन्दोलन नही करते हैं, प्रशासन पर दबाव नही डालते हैं तब तक विस्थापितों को न्याय नही मिलेगा .