देवघर सारथ से जय प्रकाश सिंह जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी पर शिक्षा के सम्बन्ध में अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा की उच्च शिक्षा अधिनियम धराशाई हो गई हैं.वर्ष २००० से २००८ तक बहुत सारी योज्नाय्र लागु किये गए मगर वे जमीनी स्तर पर लागु नहीं हो पाई.शिक्षा अधिनियम के अंतर्गत शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अंतर्गत शिक्षा की जो गुणवत्ता हैं उस स्तर की शिक्षा का विकाश नहीं हो रहा हैं जिस कारन शिक्षा का स्तर दिन प्रतिदिन गिर रहा हैं साथ ही इन सभी योजनायों में भ्रस्टाचार चरम सीमा पर हैं.