कैलाश गिरी चंद्रपुर बोकारो से झारखण्ड मोबाइल वाणी पर विस्थापन के सम्बन्ध में तारानरी पंचायत के ग्राम बूढीडीह में दुग्धा कोलियरी हैं वहा के निवासी एवं विस्थापित दशरथ मांझी जी से बात की और उन्होंने बताया की १९५८ में दुग्धा कोलियरी बना मगर आज तक वहां के विस्थापितों को किसी भी तरह का मुआवजा प्रदान नहीं किया गया हैं जिसका संघर्ष अभी भी चल रहा हैं लेकिन अभी तक इसमें कोई सुनवाई नहीं हुई हैं. झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से सी सी एल के अधिकारीयों से मांग की है की उन्हें मुआवजा प्रदान किया जाये.