गिरिडीह: परमेश्वर वर्मा जो बिरनी प्रखंड केसों डीह के निवासी हैं लेकिन वर्तमान में सूरत(गुजरात) में रहते हैं .वे झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों में देखा जाता है कि अभिभावक अपने नाबालिक बच्चों का बाल विवाह कर देते हैं और ऐसा कर बच्चो के पैरो में बेड़ियाँ लगा देते हैं,उनकी आजादी छीन लेते हैं. वे कहते हैं की आज समाज में दहेज़ प्रथा विकराल रूप धारण कर लिया है इसी के परिणाम ही है कि आज बाल विवाह की समस्या भी बढ़ रही है.उनका कहना है कि बच्चों को बचाना है और अगर झारखण्ड को एक सुनहरे राज्य बनाना है तो फिर लोगो को , सरकार को कोशिश करनी होगी शिक्षा, रोजगार के साथ-साथ दहेज़ प्रथा की समस्या को भी ख़त्म करने की.