मोहमद इक़बाल अंसारी बिरनी गिरिडीह से झारखण्ड मोबाइल वाणी को विद्यालयों के लिए शिक्षको की कमी इस समस्या से अवगत करवाया और बताया की सरकार द्वारा भवन तो बनाये जा रहे हैं मगर उनमें शिक्षको की नियुक्ति नहीं हो पा रही हैं. आज झारखण्ड में शिक्षा का स्तर गिरने का प्रमुख कारण हैं शिक्षको की कमी. आज पारा शिक्षको की न्युनतम मजदूरी मनरेगा के कर्मियों से भी कम हैं जिस कारण उनके ऊपर परिवार के भरण पोषण का तनाव रहता है जिस कारण वे अपना मन पठन पाठन के कार्यो में नहीं लगा पाते हैं.अगर इस समस्या का समाधान हो पाता है तो वे अपना मन पठन पाठन के कार्यो में लगा सकता हैं जिससे शिक्षा का स्तर में सुधार होगा.