विश्वविद्यालय सहित उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों की खाली पड़े पदों को भरना मुश्किल हो रहा था विशेष अभियान चलाने के बावजूद इन संस्थानों में खाली पद भरे नहीं जा रहे थे।