झारखण्ड राज्य सरकार ने विधानसभा बजट में सत्र में यह स्वीकार किया था की राज्य में 40 फीसदी से ज्यादा शिक्षकों की कमी है।झारखंड के विश्वविद्यालयों में शिक्षको के 1200 पद खाली हैं।