*विधायक भूषण बाड़ा, विधायक विक्सल कोंगाड़ी सहित अन्य कांग्रेसियों ने बाबा साहब को किया नमन* ---- *डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए उनके आदर्शो पर चलने का लिया संकल्प* सिमडेगा डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती के मौके पर कांग्रेस पार्टी ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया। सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा, कोलेबिरा विधायक विक्सल कोंगाड़ी सहित कांग्रेस के कई नेता अंबेडकर चौक पहुंचकर अंबेडकर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया और उनके आदर्शो पर चलने का संकल्प लिया। मौके पर उपस्थित लोगों ने डॉ भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर बारी-बारी से पुष्प माला पहनाकर नमन किया। कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष डेविड तिर्की, जिप सदस्य जोसिमा खाखा, विधायक प्रतिनिधि समी आलम, रावेल लकड़ा, नप अध्यक्ष पुष्पा कुल्लू, जोनशन मिंज, शिशिर मिंज, नवीन बिरेन तिर्की सहित कई कांग्रेसी उपस्थित थे। *बाबा साहब के विचारों को जीवन में आत्मसात करने की जरूरत: विधायक भूषण बाड़ा* मौके पर सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा ने कहा कि संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर के जीवनी से आज लोगों को सीख लेने की जरूरत है। उन्होंने अपनी कठिन परिश्रम के बदौलत भारत को विश्व का सर्वश्रेष्ठ संविधान दिया। विधायक ने कहा कि महापुरुषों की कोई जाति व धर्म नहीं होता है। उनकी विचारों को अपने जीवन में आत्मसात करने की जरूरत है। बाबा साहेब ने पूरा जीवन समाज में फैली गैर बराबरी खत्म कर समतामूलक समाज बनाने में लगा दिया। उन्होंने समाज के विकास के लिए तीन मूल मंत्र शिक्षित बनो, संगठित हो, संघर्ष करो छोड़ गए। अगर लोग उसका अपने जीवन मे अनुपालन करें तो निश्चित रूप से समाज का विकास संभव हो सकेगा। *बहुत महान था भीम राव अंबेडकर का व्यक्तित्व: विधायक विक्सल कोंगाड़ी* कोलेबिरा विधायक विक्सल कोंगाड़ी ने कहा कि संविधान के निर्माता बाबा साहब भीम राव अंबेडकर का व्यक्तित्व बहुत महान था। समाज में परिवर्तन लाने के लिए उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। दलितों के लिए वे किसी भगवान से कम नहीं हैं। राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री, समाज सुधारक डॉ. बाबासाहब अंबेडकर दलितों से सामाजिक भेदभाव को खत्म करने के लिए अभियान भी चलाया था। साथ ही महिलाओं, किसानों के अधिकारों का भी समर्थन किया करते थे। यही कारण है कि अंबेडकर जयंती के खास मौके पर भारतीय कानून और संविधान में डॉ. भीमराव द्वारा दिए गए योगदान के लिए उन्हें सम्मान और श्रद्धांजलि दी जाती है। *बाबा साहब ने बेशुमार दुखों का सामना कर हासिल की शिक्षा और देश को विश्व का दिया सर्वश्रेष्ठ संविधान: जोसिमा खाखा* जिप सदस्य जोसिमा खाखा ने कहा कि बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर का जन्म वैसे समय में हुआ था। जिस समय देश में भेदभाव, छुआछूत की प्रथा चरम सीमा पर व्याप्त था। उस समय उन्होंने अपने जीवन में बेशुमार दुखों का सामना कर अपनी शिक्षा-दीक्षा पूरी कर देश को विश्व का सर्वश्रेष्ठ संविधान दिया।