दसरथ महतो गिरिडीह,डुमरी से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी दे रहे है की पारसनाथ पहाड़ी के तलहटी पर बसा आदिवासी गावं है जहा विकास कोसो दूर है लोग नाला का पानी पिने को विवश है,कड़ाके की गर्मी की वजह से नाला सुख जाने के कारण पानी की काफी किल्लत है,लोग ही नहीं मवेशी भी पिने के पानी को लेकर मर रहे है एक सरकारी चापाकल है वह भी खराब है बेलातांड निवासी हेम्रम और जीतन मांझी ने बताया की पिने का पनी तो इधर-उधर से जुगाड़ कर लेते है पर अन्य नित्य कर्मो को करने के लिए परेशानी होती है मवेशी भी पानी नहीं रहने से परेशां है