जिला हजारीबाग से सबनम खातून झारखण्ड मोबाईल वाणी के माध्यम से बताती हैं कि क्रिया दिल्ली के सहयोग से झारखण्ड महिला उत्थान के द्वारा जेंडर पर प्रशिक्षण ले चुके हैं,जेंडर का मतलब लड़का लड़की में भेद भाव है,उन्होंने यह भी बताया कि किस प्रकार से जेंडर में भेद भाव होता है। लड़की के साथ भेद भाव होता है लड़की को बहुत कम माना जाता है और लडको को ज्यादा माना जाता है,लड़की को चार दिवारी के अन्दर है रखा जाता है पर लड़का कंही भी जा सकता है,लड़की को घूमने फिरने के लिए घर से अनुमति लेनी पड़ती है पर लड़का कही भी जा सकता है उसे अनुमति की जरुरत नहीं होती,लड़का कंही भी जाता है पूछ ताछ नहीं की जाती पर लड़की के बाहर जाती है तो उससे पूछ ताछ करने लगते है।