बोकारो: रमेश कुमार मैती चास प्रखंड बोकारो से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि यौन हिंसा का शिकार सबसे अधिक बच्चियां घर में होती हैं. चूकि घर की गई कोई भी हिंसा अपने लोक लाज के कारन बाहर तक नही जाता है. लाख कानून बने है इस तरह की हिंसा को कंट्रोल करने के लिए लेकिन इसका भय किसी को नही है.वे कहते है कि जब तक पीड़ित व्यक्ति अपने साथ हुए हिंसा का खिलाफ आवाज नही उठाएंगे तब तक उन्हें न्याय नही मिल सकता सकता है. अत:यौन हिंसा के विरुद्ध आवाज उठानी चाहिए सभी को एक साथ मिलकर।