दुमका से शैलेन्द्र सिन्हा साथ में अनन्या सिन्हा झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से महिला आरक्षण बिल पर कहती है की महिलाओ को कम से कम 50%आरक्षण मिलना चाहिए और यह लोकसभा में पास होने के बाद ही मिल सकता है आज महिलाओ को आर्थिक रूप से मजबूत होना होगा इसके लिए हमें चाहिए की हम महिलाओ की आर्थिक स्थिती को लेकर आवाज उठाये और महिला आरक्षण बिल को पास करवाए।महिला अधिकारों और महिला सुरक्षा को लेकर तमाम प्रावधानों के बावजूद इसका संयुक पालन नहीं हो पा रहा है इसका एक बड़ा कारण है समाज और हमारे समाज का नजरिया जो की हरहाल में बदलना चाहिए ऑयर महिलाओ को उनका हक़ हर हल में मिलना चाहिए फिर भी आज महिलाओ को उनका हक़ नहीं मिल पा रहा है झारखण्ड में महिला प्रताड़ना के मामले बढ रहे है बढे विकास और वादों के नाम पर सिर्फ वादे ही किये जा रहे है महिलो के विकास,संघठन और आत्मनिर्भरता हेतु घोषणा की जाती है पर वे धरी की धरी रह जाती है कानून भी बने है पर सब किताबो और कागजो में कैद. यदि फुलमनी को न्याय नहीं मिलता तो सारे विकास के दावे खोखले साबित होते।इसलिए आज महिलोको आरक्षण मिलना बहुत ही जरुरी हो गया है क्योंकि आज महिलाये आरक्षित नहीं होगी तो टोवे अपने मुद्दों को नहीं उठा पाएंगी और दिन-प्रतिदिन दबती चली जायंगी,इसलिए हमें ये मुद्दा उठाना बहुत ही जरुरी है.