जिला बोकारो,चन्दरपुरा से कैलाश गिरी झारखण्ड मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते है कि महिलाओ को लोक सभा या विधान सभा आरक्षण की व्यवथा किया जाए लेकिन उनका कहना है की लोक सभा और विधान सभा में महिला आरक्षण की कोई जरुरत नहीं है क्योकि आज पंचायत चुनाव में हमलोगो ने देखा है कि जो भी पंचायत चुनाव महिलाए जीत कर आई है वो अपने आधार पर कार्य नहीं करती उनके पति कार्य करते है,मैंने उद्धरण के तौर पर देखा की पअप्लो पंचायत के समिति जंहा मंरेगा की जाँच होने के क्रम में तो वह वहा जाने से इनकार कर दी और ना बात कर पाई तो इस करम में देखा जाता है की मिला के पति ही उनका काम करते है,इसलिए लोक सभा और राज्य सभा में स्वतंत्र रूप से जो महिला सक्रीय है वह सत्ता में आएगी लेकिन वह कार्य नहीं कर पायेगी।